एसपी ने कोतवाली का किया आकस्मिक निरीक्षण
दूसरी खबर : पहला सरावल औद्योगिक व्यापार मेला 10 मई से सरावल में आयोजित किया जाएगा
छेदीलाल गुप्ता, ठूठीबारी/ महराजगंज। पुलिस अधिक्षक महराजगंज सोमेंद्र मीना ने कोतवाली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के सख्त निर्देश दिया। वहीं लंबित मामलों को अभिलंब निस्तारित करने का आदेश दिया।
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दिन सोमवार को पुलिस अधिक्षक सोमेंद्र मीना ने कोतवाली का आकस्मिक किया । जिसमें कार्यालय से लगायत बैरक, काराकार , शस्त्रागार सीसीटीएनएस महिला हेल्प डेस्क, मालखाना , मेस सहित परिसर की साफ सफाई का निरीक्षण किया। जिसमें वह संतुष्ट दिखाई दिए। वही लंबित विवेचनाओ को निपटारा करने का निर्देश दिया। इस दौरान एसआई अनुराग पांडेय, बब्बन प्रसाद वर्मा , दिव्य प्रकाश शर्मा, राजनरायन सिंह, कांस्टेबल यशवंत मौर्य, अंशुम यादव, अनूप कुमार, सुनील राव , रेनू सिंह सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहें ।
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पहला सरावल औद्योगिक व्यापार मेला सरावल ग्राम वार्ड नं. 1 10 मई से पश्चिम नवलपारसी का बसचक
ठूठीबारी नेपाल नवल परासी पहला सरावल कृषि, पर्यटन, संस्कृति और उद्योग व्यापार मेला 10 मई से 21 मई तक सरावल में “कृषि, पर्यटन, खेल और उद्योग अवसंरचना, सरावल का सतत विकास और अर्थव्यवस्था का आधार” विषय के साथ आयोजित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम का आयोजन फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) कर रहा है सरावल गांव के अध्यक्ष सुखादी चौधरी के अनुसार, यह मेला स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देते हुए ऐतिहासिक स्थानों की पहचान करने और सरावल की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में मदद करेगा। “मुझे उम्मीद है कि मेला सरावल की पहचान बढ़ाएगा और उन्हें परिचित कराएगा। अध्यक्ष चौधरी ने कहा।सरावल उद्योग और वाणिज्य संघ के अध्यक्ष शुशांत शर्मा गिमिरे ने कहा कि मेले को लगभग 1 लाख आगंतुकों द्वारा देखे जाने की उम्मीद है, जिसका लक्ष्य लगभग 6 करोड़ रुपये का आर्थिक कारोबार है। मेले के प्रबंधन पर 50 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है।एसोसिएशन के अध्यक्ष गिमिरे ने कहा कि मेले में विभिन्न जातीय झांकी, “ममी नृत्य” प्रतियोगिता, टोल विकास संगठनों के बीच खेल प्रतियोगिता, राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की प्रस्तुति, बच्चों के पार्क और झूले का आयोजन किया जाएगा।छात्रों के लिए टिकट की कीमत 80 रुपये और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 50 रुपये है।
इस मेले से सरावल के भीतर उत्पादों के विपणन और भाषा, कला और संस्कृति के संरक्षण में योगदान मिलने की उम्मीद है। अध्यक्ष जिमिरे ने उल्लेख किया कि मेले से होने वाली आय का 5% स्थानीय क्षेत्र में पर्यटन के विकास में लगाया जाएगा।एसोसिएशन के अध्यक्ष जिमिरे ने बताया कि मेले का आयोजन मुख्य नारा “कृषि, पर्यटन, खेल और बुनियादी ढांचा, सरावल का सतत विकास और अर्थव्यवस्था की नींव” के साथ किया गया था।
उद्योग व्यापार संघ के सचिव और स्टॉल समन्वयक देवराज राय थारू ने उल्लेख किया कि मेले में ऑटोमोबाइल के स्टॉल, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के जूते और चप्पल, बैंक और बीमा कंपनियां, महिला उद्यमियों के उत्पाद और घरेलू उत्पाद शामिल होंगे।
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