जिलाधिकारी ने एनआरसी का किया निरीक्षण, कहा – घर पर ही बच्चों को कराया जाएगा कुपोषण मुक्त
मायागंज अस्पताल के सामने अवस्थित रैन बसेरा में 100 बेड का पुनर्वास केंद्र (एमआरसी) बनाने के निर्देश
शैलेन्द्र कुमार गुप्ता, प्रदेश संवाददाता :भागलपुर /बिहार। जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी द्वारा शुक्रवार को सदर अस्पताल अवस्थित पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में रह रही धात्री माता एवम् बच्चे से मिलने वाले पौष्टिक भोजन, नाश्ता इत्यादि के बारे में जानकारी ली। उनके द्वारा बताया गया की आज बच्चे को दूध और हलवा दिया गया है। अंडा, ब्रेड और केला नाश्ते में दिया गया है। क्षामता के बारे में बताया गया की यहां 20 बच्चे को रखने की क्षमता है।
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उल्लेखनीय है कि अति कुपोषित बच्चों को जिन्हें रेफर किया जाता है। उन्हें 14 से 21 दिनों तक पोषण पुनर्वास केंद्र (एमआरसी) में रख कर पोषण युक्त आहार और वांछित विटामिन, प्रोटीन इत्यादि दावा देकर उन्हें कुपोषण मुक्त कर वापस घर भेजा जाता है।बताया गया कि आईसीडीएस द्वारा काफी संख्या में अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाई गई है।
जिलाधिकारी ने मिशन मोड में जिले के सभी अति कुपोषित बच्चों को उनके घर पर ही उनके अभिभावक को पौष्टिक आहार चार्ट देकर प्रतिदिन आशा, आंगनबाड़ी सेविका और जीविका की निगरानी में विटामिन, प्रोटीन सहित वांछित दावा देकर सभी कुपोषित बच्चों को वांछित आहार और दवा देकर 45 दिनों में कुपोषण से बाहर निकाला जाए। इसके साथ ही उन्होंने मायागंज अस्पताल के सामने अवस्थित रैन बसेरा में 100 बेड का पुनर्वास केंद्र (एमआरसी) बनाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त कुमार अनुराग,सिविल सर्जन डॉ अशोक प्रसाद, डीपीएम मनी भूषण प्रसाद, पिरामिड के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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