मौसम की तरह करवट बदलता रहा बीता हप्ता : इंकलाब, एकबाल बनाने में एक कदम आगे निकलने की बनी रही होड़
"शनिचरी डायरी "अशोक वत्स की कलम से ; शनिचरी डायरी बीते हप्ता तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में हुई प्रमुख घटनाओं को लेकर आम आदमी के चर्चाओं पर आधारित है, यहां आम चर्चा का सिर्फ समावेश कर उसे संकलित किया गया है। फिर भी इस डायरी में लिखे गये किसी शब्द या वाक्य से किसी की भावना को आहत हो रहा हो तो मैं उस व्यक्ति के शिकायत के पूर्व ही खेद व्यक्त करता हूँ।
अशोक वत्स, तमकुहीराज /कुशीनगर। बीते सप्ताह की शुरुआत सम्पूर्ण समाधान दिवस से हुई, आम पीड़ित को यह उम्मीद रहती है कि ऐसे आयोजनों में सभी विभाग के जिम्मेदार उपस्थित होंगे और उनके समस्या का तत्काल समाधान हो जाएगा या फिर सम्बंधित अधिकारी उसका संज्ञान लेंगे। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित तो होते है, लेकिन एसडीएम की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में कुछ ही विभागों के जिम्मेदार उपस्थित होते है। कहने के लिए नामित अधिकारी के करखास पहुँच चुपके से उपस्थित पंजिका पर हस्ताक्षर बना नौ दो ग्यारह हो जाते है।
*रक्षाबंधन* छात्राओं का एक समूह तमकुहीराज तहसील में पहुँच एसडीएम विकास चन्द व तहसीलदार चंदन शर्मा को राखी बांधी और उनसे सुशासन व सुरक्षा का वचन लिया। एसडीएम व तहसीलदार ने भी उनका मनोबल बढ़ाया, राखी बधवाई, मिठाई खिलाया और उनसे संवाद कर शिक्षा के प्रति उनके मनोबल को बढ़ाते हुए उन्हें पाठ्य सामग्री भेंट की। जिसकी सराहना आम आदमी करते हुए सुना गया।
*विरोध और श्रद्धांजलि*
पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ हुए निर्भया जैसे कांड को लेकर चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया वहीं दवा व्यवसाई संघ ने केंडिल मार्च निकाला। *आरक्षण* भीम आर्मी, बसपा ने आरक्षण को लेकर भारत बंद बुलाया और जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर पत्रक सौंपा, इसका असर तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में देखने को नहीं मिला। अलबत्ता विभिन्न मत रखने वाला आम आदमी इसको लेकर कई तरह की चर्चा कर रहा था। लोग कह रहे थे हमें संविधान और न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए। विरोध प्रदर्शन शांति पूर्वक हुआ *प्रशासन* हालांकि प्रशासन ने विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुरक्षा का पूरा इंतजाम कर रखा था। और आंदोलनकारियों से बात कर उन्हें सुझाव भी देते रहे। ताकि कोई अप्रिय घटना या फिर उपद्रवी माहौल को खराब न कर सके।
*विरोध/दबाव*
तरयासुजान थाना क्षेत्र के गांव बाघाचौर में एक माह पूर्व हुए मारपीट के मामले में घयाल के इलाज के दौरान मौत होने का आरोप लगा परिजनों ने कार्रवाई की मांग को लेकर शव को घर पर रखकर विरोध शुरू कर दिया। पुलिस मौके पर पहुँच घण्टों समझने के बाद शव के दाहसंस्कार को राजी किया। लेकिन आम आदमी पीड़ित पक्ष के कार्रवाई की मांग से सहमत तो दिखा लेकिन विरोध प्रदर्शन में गवई राजनीति का हाबी होना की चर्चा भी खूब रही। आम आदमी की माने तो मृतक बीमार था। और उसका इलाज चल रहा था। मारपीट में वह भी घयाल हुआ था। मौत के कारणों का पता पीएम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा।
*एसपी ने थानों का किया निरीक्षण*
पुलिस कप्तान संतोष कुमार मिश्र ने तमकुहीराज पुलिस सर्किल के विशुनपुरा, सेवरही व पटहेरवा थाने का निरीक्षण कर अपराध पर अंकुश लगाने, शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने, कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए बिना लेट लतीफी और दबाव के आवश्यक कदम उठाने का सख्त निर्देश देते हुए सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों व चौकीदारों को सम्मानित कर उनके मनोबल और कानून के प्रति आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए जो कार्य किया गया। आम आदमी में उसकी खूब सराहना हो रही। आम आदमी यह भी कह रहा कि अगर पुलिस कप्तान कुछ खास लोगों को गोपनीय तरीके से थानों पर लगा देते तो यहां हो रहे आम आदमी के शोषण की जानकारी भी उन्हें हो जाती। वर्तमान में पुलिस कुछ गम्भीर घटनाओं में भले ही आवश्यक कार्रवाई कर रही हो। लेकिन छोटे और आम आदमी के शिकायतों पर वहीं पुरानी रवैया ही अपना रही है, जहां आम आदमी सिर्फ और सिर्फ शोषण का ही शिकार हो रहा है। आम आदमी यह कह रहा कि कमजोर लोग डर और भय से न कुछ बोल पता है और न आगे शिकायत ही कर पाता है।
*पुलिस पर गम्भीर आरोप*
तमकुहीराज थाने व डिबनी पुलिस चौकी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए आम आदमी पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया। डिबनी में दो पक्षों में विवाद के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों और दो प्रान्तों से दो दो लोगों को हिरासत में लिया। दोनों पक्ष अपनी गलती मान समझौता करने पर राजी हुए, लेकिन पुलिस प्रत्येक व्यक्ति से 10 – 10 हजार यानी 40 हजार की डिमांड कर दी। पैसा न देने पर पुलिस ने उन्हें धारा 170 में चालान कर एसडीएम को इसे दो सम्प्रदाय की घटना बता जेल भेजने का निवेदन शुरू कर दी। इसमें गिरफ्तार एक किशोर था तो एक का पुलिस भर्ती का परीक्षार्थी। एसडीएम ने दो को जमानत दे दी और दो को जेल भेज दिया। *आश्चर्य* वैसे नियम यही है कि धारा 170 में अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाले एसआई ही लेकर आये और मजिस्ट्रेट के सामने उपस्थित होकर पूरी घटना बताये। लेकिन यहां ऐसा नहीं होता। थाने के आरक्षी ही अभियुक्तों को लेकर आते है। लेकिन डिबनी के मामले में खुद चौकी प्रभारी अभियुक्तों को लेकर आये और उन्हें जेल भेजवाने के लिए हर स्तर का प्रयास किया। आम आदमी यहीं कह रहा कि घुस का पैसा न मिलने का दर्द साहब के चेहरे पर साफ दिख रहा था।
*कार्रवाई*
तरयासुजान पुलिस ने मारपीट के मामले में परिजनों के घयाल के इलाज के दौरान हुई मौत के आरोप के मामले में मुकदमा दर्ज कर 24 घण्टे के अंदर 03 आरोपियों की गिरफ्तार करने की चर्चा भी आम आदमी कर रहा। उधर तरयासुजान थाना क्षेत्र में अवैध शराब की लग्जरी कार पलटने के मामले में पुलिस कप्तान ने सख्त कार्रवाई करते हुए एक उपनिरीक्षक के सिपाही को निलंबित कर कड़ा संदेश दिया है।
*पशु तस्कर/पुलिस*
तमकुहीराज पुलिस एक पशु तस्कर को पकड़ने रात में उसके घर गयी। वह तो नहीं मिला पर पुलिस उसके भाई को उठा लाई। आगे क्या हुआ यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है। आम आदमी में इस बात की चर्चा खूब हो रही कि यूपी में तस्करी कर ले जाये जा रहे गोवंशों को पुलिस बरामद न कर पशुतस्करी पर रोक लगाने का दावा भले कर रही हो। लेकिन बहादुरपुर बिहार सीमा के उस पार बिहार पुलिस गौवंशों व तस्करों की गिरफ्तारी कर यूपी के रास्ते बिहार में हो रहे गौवंशो की पूरी कहानी बता रही है।
*पलटी गाड़ी तो पकड़ी गई शराब* अवैध शराब तस्करी कर ले जा रही लग्जरी कार पलट गई। यह घटना जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने लग्जरी कार, तस्कर और अवैध शराब को बरामद कर लिया। पुलिस ने कार्रवाई की सूचना भी सोशल मीडिया के माध्यम से दी।
*शराब तस्करी* आम आदमी में इस बात की चर्चा खूब है कि पुलिस तस्करी के अवैध शराब को बरामद न कर शराब तस्करी न होने का दावा कर अपने उच्चाधिकारियों को भले गुमराह कर ले। लेकिन सच्चाई यह है कि तमकुहीराज पुलिस सर्किल के तमकुहीराज, सेवरही, तरयासुजान, बरवापट्टी, विशुनपुरा, पटहेरवा, चौराखास थाना क्षेत्रों के रास्ते खूब हो रही। आम आदमी यह कह रहा कि तमकुहीराज अवैध शराब तस्करी का हब बन चुका है।
*करखास* यह शब्द सबसे अधिक पुलिस विभाग खास कर थानों के सम्बंध में सुनने को मिलता है, इसकी चर्चा हम इस लिए कर रहे कि आजकल तमकुहीराज थाने को लेकर *करखास* की चर्चा आम आदमी में खूब हो रही। कहा यह जा रहा कि फोरलेन से लेकर क्षेत्र में होने वाले घटनाओं को मैनेज कराने की जिम्मेदारी करखास ही उठा रहे।
*ऑफिस टाइम्स* तमकुहीराज में एक साहब के 10. 30 बजे अपने कार्यालय आने और 03 से 04 बजे के बीच आवास पर चले जाने की चर्चा भी आम है। बाकी समय में छोटे मामलों को अन्य लोग निपटा देते है। गम्भीर व अन्य गोपनीय मामले आवास से निपटाये जाते है। आम आदमी आवासीय व्यवस्था की चर्चा कर कह रहा कि वहां सब कुछ गोपनीय तरीके से सम्भव हो रहा। ऐसे में लोगों को राहत और साहब को खूब सकून मिल रहा।
*राजनीति* जब किसी आपराधिक मामले में किसी जनप्रतिनिधि का नाम आता है तो असलियत को जानने के बाद भी बाहर से अधिक घर में चर्चा शुरू हो जाती है। तमकुहीराज क्षेत्र में भी ऐसा ही हुआ। शराब तस्करी के मामले में एक नेता जी का नाम पुलिस द्वारा बताये जाने के बाद उसकी चर्चा बाहर से अधिक उनके ही कुनवे में होने लगी। जबकि जानकारों के अनुसार नेता जी का नाम भूल वस या त्रुटि के कारण आने की भी चर्चा हो है। हालांकि पुलिस प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मामले की जांच कर रही। शायद नेता जी निर्दोष बच जाय। लेकिन क्षेत्र में इसकी खूब चर्चा हुई। नेता जी ने पत्रकारों को आमंत्रित कर अपना पक्ष रखने की तैयारी की थी, लेकिन किन्हीं कारणों से कुछ ही देर बाद मना कर दिया गया।
*डिजिटल लूट* बिहार सीमा के निकट बिहार के एक स्कॉर्पियो चालक के साथ डिजिटल लूट की चर्चा भी खूब हो रही। बदमाशों ने स्कॉर्पियो चालक को रोका, उसमें सवार हुए फिर उसकी पिटाई कर पास रखे पैसे लूट लिये। फिर उससे उसके मालिक को फोन करा जान से न मारने के एवज में फोन पे से पैसे मंगवाया। और खुद पूरी घटना की वीडियो भी बनाया। आम आदमी इस डिजिटल लूट कांड की चर्चा भी खूब कर रहा।
*दुर्घटना*
तमकुहीराज में फोरलेन पर तहसील गेट के आगे व हरिहरपुर में हुए दो मार्ग दुर्घटनाओं में अज्ञात वाहनों ने दो लोगों को ठोकर मार दिया। जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गयी। जबकि फोरलेन के क्षेत्र के विभिन्न मार्गों पर हुई दुर्घटनाओं में दर्जन भर लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये।
*जन्म प्रमाण पत्र* वर्तमान में शासन के निर्देश पर जन्म प्रमाण पत्र बनाने की जो प्रक्रिया शुरू की गयी है, उसमें भ्राष्टाचार के संभावनाएं 99.99% तक नहीं है। लेकिन पूरी प्रक्रिया से गुजरने में एक व्यक्ति के हजारों रुपये के साथ ही सम्बंधित अधिकारियों/कर्मचारियों का समय से नहीं उपलब्ध होना और उपलब्ध होने पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर खर्चा पानी देना आम आदमी को खल जा रहा।
*चलते चलते*
*जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान से अनुरोध*
महोदय,
कुशीनगर जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के विभिन्न कस्बों व नगरों में डोल मेला का आयोजन शुरू हो गया है। यह मेला महावीरी अखाड़ा के नाम से जाना जाता है। जिसमें महाबली संकट मोचन श्री हनुमान जी की डोल निकाली जाती है। लेकिन इस डोल में कीर्तन भजन और धार्मिक प्रदर्शनी की जगह आर्केस्ट्रा डांसरों द्वारा नग्नता और निर्लज्जता पूर्वक अश्लील गानों का प्रदर्शन किया जाता है। जिसका बुरा असर समाज पर पड़ रहा। *महिला डीएम के समय लगी थी रोक* कुशीनगर की डीएम रही अमृता सोनी के समय डोल मेला में नग्नता और अश्लीलता के प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक लगी थी। उनके जनपद से स्थानांतरित होते ही डोल मेला में फिर से नग्नता के साथ अश्लील गानों का प्रदर्शन शुरू हो गया। जिसका सीधा बुरा असर समाज पर पड़ रहा है ।
अतः डोल मेला में नग्नता और अश्लीलता के प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक लगाने का कार्यवाही करें।