बहराइच के सात सिद्ध मंदिरों और पर्यटन स्थलों का होगा कायाकल्प, शासन ने दी 7.25 करोड़ की मंजूरी
पर्यटकों और श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर सुविधाएं, जल्द शुरू होंगे विकास कार्य
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। बहराइच जिले के धार्मिक और पर्यटन स्थलों की तस्वीर अब बदलने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने जिले के सात प्रमुख मंदिरों और पर्यटन स्थलों के कायाकल्प के लिए 7 करोड़ 25 लाख रुपये की राशि मंजूर कर दी है। इस राशि से न सिर्फ धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, बल्कि वहां मूलभूत सुविधाओं का भी विस्तार होगा ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके।

प्रदेश सरकार अब बहराइच के धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों को संवारने में जुट गई है। इसके तहत जिले के 07 सिद्ध मंदिरों और पर्यटन स्थलों के विकास के लिए करीब 7.25 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि मंजूर की गई है। ये पैसा प्रदेश के पर्यटन विभाग के जरिए खर्च किया जाएगा और काम की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम को दी गई है।
जिला पर्यटन सूचना अधिकारी मनीष श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि यह राशि जनप्रतिनिधियों और जिलाधिकारी मोनिका रानी की मेहनत से मंजूर कराई गई है। इसके जरिए इन स्थानों पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए शौचालय, लाइटिंग, बैठने की व्यवस्था, साफ-सफाई और अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
जानिए किन-किन स्थानों पर होगा विकास
- चित्रगुप्त मंदिर, बहराइच शहर :
सदर विधायक अनुपमा जायसवाल के प्रस्ताव पर यहां के विकास के लिए ₹92.77 लाख मंजूर किए गए हैं।
- परसननाथन मंदिर, शंकरपुर (महसी क्षेत्र) :
विधायक सुरेश्वर सिंह के प्रयासों से यहां के लिए ₹58.35 लाख की राशि मिली है। - बघेल झील, पयागपुर :
इस झील को ईको टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने के लिए ₹285.42 लाख दिए जाएंगे। - बागेश्वर नाथ शिव मंदिर, सचौली (पयागपुर) :
वर्ष 2025-26 की योजना में इस मंदिर के लिए ₹58.83 लाख स्वीकृत हुए हैं। - हनुमान मंदिर, जगतापुर घाट (कैसरगंज) :
यहां के विकास के लिए ₹123.07 लाख की राशि मंजूर की गई है। - गायब पीर बाबा स्थल, इमलियागंज (पयागपुर) :
इस आध्यात्मिक स्थल के लिए ₹75 लाख की मंजूरी मिली है। - राज्यस्तरीय ईको टूरिज्म साइनेज :
बहराइच सहित कई अन्य जिलों में साइनेज बोर्ड और सूचना प्रणाली के लिए ₹487.61 लाख का प्रस्ताव पास हुआ है।
सभी स्थानों पर विकास कार्य जल्द शुरू होंगे। इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। एक बार ये सभी काम पूरे हो गए तो निश्चित ही बहराइच का पर्यटन नक्शे पर और चमक उठेगा।