हरदा में सेक्स रैकेट चलाते पकड़े गए दो पुलिसकर्मी, कॉलोनीवासियों की सतर्कता से हुआ खुलासा
किराए के मकान में चल रहा था रैकेट, कॉलोनीवालों ने पुलिस को दी सूचना; SP ने किया तत्काल सस्पेंड
मनोज मेहरा : हरदा : मध्य प्रदेश। हरदा जिले की गोपीकृष्ण कॉलोनी में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ उस वक्त हुआ जब कॉलोनीवासियों ने संदिग्ध गतिविधियों को देखकर मकान का बाहर से ताला लगाकर पुलिस को बुला लिया। मौके पर पहुंची सिटी कोतवाली पुलिस ने दो पुलिसकर्मियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया। दोनों पुलिसकर्मी पुलिस लाइन में ड्राइवर के पद पर कार्यरत हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को सस्पेंड कर दिया है।
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कॉलोनी में छुप-छुप कर चल रहा था रैकेट

हरदा शहर की गोपीकृष्ण कॉलोनी में काफी दिनों से कुछ संदिग्ध गतिविधियां चल रही थीं। कॉलोनी के लोग इन हरकतों से परेशान थे लेकिन सबूत नहीं होने के कारण चुप थे। आखिरकार एक दिन जब तीन पुरुष और तीन महिलाएं एक किराए के मकान में एक साथ दाखिल हुए तो कॉलोनीवासियों ने मौका देखकर मकान के बाहर से ताला जड़ दिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस पहुंची मौके पर, दो पुलिस कर्मियों सहित छह गिरफ्तार
सिटी कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर घर की तलाशी ली और घर के भीतर मौजूद छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें दो पुलिसकर्मी – राजेश भूमरकर और कमलेश ढोके शामिल हैं, जो हरदा पुलिस लाइन में ड्राइवर के पद पर तैनात हैं।
किराए पर लिया मकान, बना लिया अड्डा
जांच में सामने आया कि पुलिसकर्मी राजेश भूमरकर ने यह मकान किराए पर लिया हुआ था और वहीं से वह यह अवैध धंधा चला रहा था। उसका साथी कमलेश ढोके भी इस गोरखधंधे में शामिल था।
एसपी ने की सख्त कार्रवाई, दोनों सस्पेंड

जैसे ही मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा, एसपी ने बिना देरी किए दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। एडिशनल एसपी आरडी प्रजापति ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोग बोले – अब होगी राहत
कॉलोनीवासियों ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि लंबे समय से रात के वक्त संदिग्ध लोगों का आना-जाना होता था जिससे परिवार और बच्चों पर भी बुरा असर पड़ रहा था।
पुलिस की छवि पर दाग
इस घटना ने पुलिस विभाग की छवि पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में प्रशासन की सख्ती जरूरी है ताकि कानून के रखवाले ही कानून न तोड़ें।
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