बुलंदशहर के तुषार सिंह ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर रचा इतिहास, 22 साल की उम्र में बने IAS
यूपीएससी क्रैक कर इतिहास रच IAS बनने वाले तुषार सिंह ने सीबीएसई इंटरमीडिएट में हासिल किए थे 100% अंक
रिपोर्ट : हिमांशु शर्मा : बुलंदशहर। मेहनत, समर्पण और लगन अगर सही दिशा में हो तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं होती। ऐसा ही कर दिखाया है बुलंदशहर के यमुनापुरम निवासी तुषार सिंह ने, जिन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास कर 385वीं रैंक हासिल की और 22 साल की उम्र में IAS अधिकारी बन गए। इस उपलब्धि से ना सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरे जिले में गर्व और खुशी की लहर है।
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तुषार सिंह ने बचपन से ही पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने बुलंदशहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की थी और CBSE बोर्ड में 100% अंक प्राप्त कर सबको चौंका दिया था। तभी से यह साफ हो गया था कि यह होनहार छात्र भविष्य में बड़ा नाम करेगा।
तुषार के पिता प्रोफेसर ओपी सिंह, जो यमुनापुरम, बुलंदशहर में रहते हैं, ने हमेशा अपने बेटे को शिक्षा और अनुशासन के रास्ते पर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों ने भी तुषार को हर मोड़ पर पूरा सहयोग दिया।
तुषार सिंह की सफलता की खास बातें :
- यूपीएससी 2024 में 385वीं रैंक
- पहले प्रयास में ही परीक्षा पास
- केवल 22 साल की उम्र में बनी IAS अधिकारी
- CBSE इंटरमीडिएट में 100% अंक
- शिक्षा: दिल्ली पब्लिक स्कूल, बुलंदशहर

तुषार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और गाइडेंस को दिया है। उन्होंने कहा कि समय का सही प्रबंधन, नियमित अध्ययन और सकारात्मक सोच ही सफलता की कुंजी है।
तुषार की सफलता बनी जिले के युवाओं की प्रेरणा
तुषार सिंह की इस शानदार उपलब्धि ने बुलंदशहर के युवाओं को एक नई दिशा और ऊर्जा दी है। उनके जैसे साधारण परिवार के छात्र का आईएएस बन जाना यह साबित करता है कि अगर सोच बड़ी हो और मेहनत सच्ची हो तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती। जिले के शिक्षकों और सामाजिक संगठनों ने भी तुषार को बधाई दी और उन्हें बुलंदशहर का “यंग आइकॉन” बताया।
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