भागलपुर में कृषि ड्रोन बना आकर्षण का केंद्र, बदल रही है खेती की तस्वीर
कृषि मेले में उमड़ी भारी भीड़, ड्रोन तकनीक ने खींचा ध्यान
रिपोर्ट: अजय कुमार : भागलपुर : बिहार। भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मेले में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में रहा कृषि ड्रोन। आधुनिक तकनीक से लैस इस ड्रोन ने किसानों और आम लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया। इस ड्रोन के जरिये खेतों में बीज बोना, पानी और खाद का छिड़काव बेहद आसान हो गया है। यही नहीं, आग बुझाने और फसल कटाई में भी यह ड्रोन मददगार साबित हो सकता है। ड्रोन तकनीक को देखकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला।
ड्रोन तकनीक से किसानों को होगा बड़ा फायदा
- – खेतों में बीज और खाद का छिड़काव कुछ ही मिनटों में हो सकता है।
- – सिंचाई की सुविधा भी आसान हो जाएगी, जिससे पानी की बचत होगी।
- – आग लगने की स्थिति में यह ड्रोन दमकल वाहन की तरह पानी का छिड़काव कर सकता है।
- – फसल कटाई के बाद अनाज को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि ड्रोन तकनीक से खेती में क्रांति आ सकती है और यह किसानों को कम मेहनत में ज्यादा उत्पादन देने में मदद करेगा।
महिलाएं भी बन सकती हैं ‘ड्रोन दीदी’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘नमो दीदी सह ड्रोन दीदी’ योजना के तहत महिलाओं को ड्रोन उड़ाने और उससे जुड़ी तकनीकी जानकारी दी जा रही है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद सरकार 80% सब्सिडी के तहत महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध कराएगी। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकेंगी और अच्छी कमाई भी कर सकेंगी।
कृषि ड्रोन बना आकर्षण का केंद्र… देखें Video 👇
ऋषि मिश्रा, जो इस ड्रोन कंपनी के डायरेक्टर हैं, ने बताया कि यह तकनीक खेती को आसान, सस्ता और अधिक उत्पादक बनाने में मदद करेगी। कई किसान इस तकनीक को अपनाने के लिए इच्छुक नजर आ रहे हैं।
फिलहाल, सबौर कृषि विश्वविद्यालय का यह कृषि मेला ड्रोन तकनीक के चलते सुर्खियों में बना हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में कई किसान इस आधुनिक ड्रोन तकनीक को अपनाकर अपनी खेती को उन्नत बनाएंगे।