नशे के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम एवं कवि सम्मेलन का आयोजन

गोरखपुर जिला कारागार में हुआ सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम

रिपोर्ट : दिनेश चंद्र मिश्रा : गोरखपुर: नशा समाज के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है, जो व्यक्ति, परिवार और राष्ट्र को नुकसान पहुंचा रहा है। इसी विषय पर जागरूकता फैलाने के लिए वासुदेव तिवारी सेवा संस्थान और राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में गोरखपुर जिला कारागार में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों को समझाना और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाना था।

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कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

Awareness program and Kavi Sammelan organized against intoxication

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोरखपुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ जिला कारागार अधीक्षक बी.के. पांडेय ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में धराधाम प्रमुख डॉ. सौरभ पांडेय मौजूद थे।

अतिथियों का सम्मान और जागरूकता संदेश

कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण और अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मान किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पौधे भी भेंट किए गए।

मुख्य अतिथि वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि नशा समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुका है। यह हिंसा, शोषण, अपराध और दुर्घटनाओं को जन्म देता है। उन्होंने ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों को समाज में बदलाव लाने का एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

धराधाम प्रमुख डॉ. सौरभ पांडेय ने कहा कि नशा केवल व्यक्ति का ही नहीं, बल्कि पूरे समाज का नुकसान करता है। इससे ग्रसित व्यक्ति अपराध की ओर अग्रसर होता है और समाज के लिए खतरा बन जाता है।

वरिष्ठ जिला कारागार अधीक्षक बी.के. पांडेय ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज को सही दिशा दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं को भी ऐसे आयोजनों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।

नशामुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता

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वासुदेव सेवा संस्थान की सचिव एवं बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कुशीनगर की असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ. रीना मालवीय ने बताया कि उनका केंद्र नशा पीड़ित व्यक्तियों के लिए विशेष मनोवैज्ञानिक उपचार प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से मजबूत बनाकर नशे की लत छुड़ाई जा सकती है और व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जा सकता है।

कवि सम्मेलन ने बंदियों को दिया नया संदेश

कार्यक्रम के अंत में एक विशेष कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। युवा शायर मिन्नत गोरखपुरी ने अपनी मशहूर पंक्तियां – “बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं, तुझे ये जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं” प्रस्तुत की, जिससे बंदी उत्साहित हो गए और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा परिसर गूंज उठा।

फल वितरण और आभार

संस्था की परामर्शदात्री स्नेहा सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और बंदियों को फल वितरित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

इस कार्यक्रम में वशिष्ठ नारायण सिंह, डॉ. सौरभ पांडेय, बी.के. पांडेय, डॉ. रीना मालवीय, अजय मालवीय, स्नेहा सिंह, संजय कुमार, मनोज मिश्र, क्रांति सिंह, गौतम गोरखपुरी, धनंजय सिंह, जगन प्रसाद, अमित कुमार, पूर्वांचल राज्य ब्यूरो चीफ सुनील मणि त्रिपाठी सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन युवा कवि एवं शायर मिन्नत गोरखपुरी ने किया।

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