रिपोर्टर: अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। भागलपुर में सिख समुदाय द्वारा बैसाखी पर्व का आयोजन अत्यंत श्रद्धा और धूमधाम से किया गया। गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा, गुरुद्वारा रोड में आयोजित इस आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और पूरे परिसर को धार्मिक रंगों से सराबोर कर दिया गया।

बैसाखी पर्व के पावन अवसर पर भागलपुर स्थित गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में खालसा पंथ स्थापना दिवस को बड़े ही श्रद्धा भाव और परंपरागत उत्साह के साथ मनाया गया। यह पर्व हर साल दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज द्वारा 1699 ईस्वी में खालसा पंथ की स्थापना की स्मृति में मनाया जाता है।
इस विशेष मौके पर गुरुद्वारा परिसर में पिछले 48 घंटे से चल रहे अखंड पाठ का आज सुबह 10:30 बजे विधिवत समापन हुआ। इसके बाद रांची से आए रागी जत्था भाई दलजीत सिंह ने गुरु गोविंद सिंह जी की जीवनी पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उपस्थित श्रद्धालुओं को उनके बलिदान, सिद्धांतों और खालसा पंथ की प्रेरणा से अवगत कराया।
कार्यक्रम में भाई संजय सिंह और भाई जसपाल सिंह ने “खालसा मेरा रूप है महान” जैसे भावपूर्ण भजनों के साथ वातावरण को भक्ति में रंग दिया। जयकारों की गूंज और गुरुवाणी के स्वर से पूरा गुरुद्वारा परिसर गूंज उठा।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार तजेंद्र सिंह एवं संरक्षक खेमचंद बच्यानी ने खालसा पंथ की स्थापना के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह दिन सभी के लिए एकता, समानता और भाईचारे का प्रतीक है।

सामूहिक अरदास के बाद श्रद्धालुओं ने अंगद में बैठकर लंगर ग्रहण किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर को भव्य फूलों से सजाया गया और एक पवित्र, शांतिपूर्ण वातावरण की अनुभूति हुई।
रात्रि में दीप उत्सव के अंतर्गत निशान साहब के समीप दीप जलाकर विशेष सजावट की गयी, जिससे पूरा परिसर रौशनी से जगमगा उठा।
कार्यक्रम को सफल बनाने में इनका रहा विशेष योगदान
संरक्षक: खेमचंद बच्यानी, अध्यक्ष: सरदार तजेंद्र सिंह, सचिव: बलबीर सिंह, कोषाध्यक्ष: सरदार मंजीत सिंह, उपाध्यक्ष: सरदार हरविंदर सिंह भंडारी, सदस्य: अजीत सिंह, हरजीत सिंह, अनु सोढ़ी, ओमप्रकाश बचियानी, शंकर बचियानी, रामेश सूरी, मीडिया प्रभारी: सरदार हर्षप्रीत सिंह आदि शामिल रहे।