बिहार में चार मुस्लिम नेताओं ने छोड़ा नीतीश कुमार का साथ, वक्फ बिल पर जेडीयू में बवाल।

मोहम्मद कासिम अंसारी पूर्वी चंपारण में जदयू के चिकित्सा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष होने का दावा किया है। नमाज मलिक जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का सचिव बताया है। हालांकि, पार्टी की तरफ से दोनों के पदाधिकारी होने से इनकार किया जा रहा है। जदयू के प्रवक्ता की ओर से इसकी जानकारी दी गई है।

बिहार में 04 मुस्लिम नेताओं ने छोड़ा नीतीश कुमार का साथ , वक्फ बिल पर जेडीयू में बवाल 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : पटना , बिहार। 

राज्यसभा में वक्फ बिल पास होने केबाद बिहार में जदयू में बवाल मचा है। बिहार के 04 मुस्लिम नेताओं ने नीतीश कुमार की पार्टी को छोड़ दिया है।

हालांकि, पार्टी ने इन नेताओं के पार्टी से जुड़े होने से इनकार कर दिया है।

इस्तीफा देने वालों में कथित रूप से जदयू नेताओं में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सचिव मोहम्मद नवाज मलिक, जेडीयू के नेता कासिम अंसारी, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

इसके अलावा, जेडीयू के अल्प संख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव मोहम्मद तबरेज सिद्दीकी अलीग ने इस्तीफा नीतीश कुमार को भेज दिया है।

जदयू ने किया इंकार

मोहम्मद कासिम अंसारी पूर्वी चंपारण में जदयू के चिकित्सा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष होने का दावा किया है। नमाज मलिक जदयू के अल्पसंख्यक के प्रकोष्ठ का सचिव बताया है।

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हालांकि, पार्टी के तरफ से दोनों के पदाधिकारी होने से इनकार किया जा रहा है। जदयू के प्रवक्ता की ओर से इसकी जानकारी दी गई है। हालांकि, जेडीयू प्रवक्ता ने इस्तीफा देने वाले नेताओं को लेकर बड़ा दावा किया है।

समर्थकों के साथ विश्वासघात 

मोहम्मद तबरेज सिद्दीकी अलीग ने कहा कि जिस मुस्लिम समाज ने पिछले 19 साल से जदयू का समर्थन किया। इसी के ख़िलाफ़ निर्णय में पार्टी में समर्थन किया है। यह समर्थकों के साथ विश्वासघात हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इसका असर दिखेगा।

जमुई के नवाज मलिक और पूर्वी चंपारण के कासिम अंसारी से पार्टी से कोई संबंध नहीं है, ना तो पूर्वी चंपारण के रहने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी और न ही जमुई निवासी नवाज मलिक पार्टी के पदाधिकारी है – राजीव रंजन प्रसाद, प्रवक्ता, जदयू !!!

समर्थन की आलोचना 

जदयू ने इन नेताओं को सीधे तौर पर पहचानने से इनकार कर दिया है। पूर्वी चंपारण के रहने वाले मोहम्मद कासिम अंसारी ने वक्फ विधेयक में पार्टी के समर्थन की आलोचना की है। पार्टी के समर्थन के कारण उन्होंने कहा है कि वह पद को छोड़ते हुए इस्तीफा दे रहे हैं।

इधर, कथित तौर पर जदयू नेता अंसारी ने कहा कि पार्टी ने लाखों भारतीय मुसलमानों का भरोसा तोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वह मानते थे कि जदयू धर्मनिरपेक्ष को कायम रखेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे आहत होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी है।

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