हावर्ट बांध पर बन रहा फोरलेन: बाढ़ से राहत और ट्रैफिक से निजात, सीएम योगी ने किया स्थलीय निरीक्षण
गोरखपुर को मिलेगी नई सड़क कनेक्टिविटी, 700 करोड़ की लागत से बन रही फोरलेन सड़क और रेलवे ओवरब्रिज
रिपोर्ट : दिनेश चंद्र मिश्रा : गोरखपुर। गोरखपुर के हावर्ट बांध पर बन रही फोरलेन सड़क अब सिर्फ एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि पूरे शहर के लिए बाढ़ से सुरक्षा और ट्रैफिक जाम से मुक्ति का रास्ता बन गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का रविवार को स्थलीय निरीक्षण किया और जनता को भरोसा दिलाया कि ये सड़क न केवल शहर की सुरक्षा को पुख्ता करेगी, बल्कि रोजाना के आवागमन को भी बेहद आसान बनाएगी।
700 करोड़ की लागत से बनेगा फोरलेन और आरओबी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह हावर्ट बांध पर बन रहे फोरलेन सड़क के कार्यों का बहरामपुर रेगुलेटर के पास निरीक्षण किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से प्रोजेक्ट की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह फोरलेन शहर के लिए दोहरी राहत लेकर आएगी—बाढ़ सुरक्षा और ट्रैफिक की समस्या से निजात।
उन्होंने बताया कि राजघाट से डोमिनगढ़ तक 4 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क 195 करोड़ रुपये की लागत से बन रही है। इसके बाद डोमिनगढ़ से माधोपुर तटबंध होते हुए महेसरा तक 10 किलोमीटर फोरलेन सड़क का निर्माण होगा, जिस पर लगभग 380 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डोमिनगढ़ में एक रेलवे ओवरब्रिज (ROB) भी बनाया जाएगा, जिसकी लागत करीब 132 करोड़ रुपये होगी। इस तरह कुल 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली यह परियोजना गोरखपुर के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी।
राजघाट से सोनौली जाना होगा आसान
सीएम योगी ने बताया कि इस फोरलेन से गोरखपुर के यात्री अब शहर के अंदर बिना घुसे ही राजघाट से होते हुए सोनौली की ओर जा सकेंगे। इसका सीधा लाभ नेपाल रोड पर आने-जाने वाले व्यापारियों और यात्रियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि शहर के बाहर-बाहर से बनी ये कनेक्टिविटी शहर के ट्रैफिक को भी काफी हद तक कम कर देगी।
बाढ़ से मिलेगा स्थायी समाधान
गोरखपुर चारों तरफ से जल से घिरा है—रामगढ़ताल, चिलुआताल, राप्ती और रोहिन नदियों के बीच बसा यह शहर हर साल बाढ़ का सामना करता रहा है। मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि वर्ष 2017-18 में राप्ती नदी का जलस्तर जब बहुत ऊपर पहुंचा था, तब हावर्ट बांध और तटबंधों को बड़ी मुश्किल से बचाया गया था। इसी अनुभव से सीख लेते हुए इस बार यह मजबूत फोरलेन सड़क और बांध क्षेत्र को विकसित किया जा रहा है ताकि भविष्य में ऐसी आपात स्थिति दोबारा न बने।
रोजगार और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से साहबगंज मंडी और आस-पास के व्यापारिक क्षेत्रों में ट्रक जाम की समस्या दूर होगी। कपड़ा व्यापार, अनाज मंडी और दूसरे व्यवसायों को सीधा लाभ मिलेगा। अब व्यापारी अपने माल को आसानी से ला और ले सकेंगे। लोग दिन और रात कभी भी आराम से आवागमन कर सकेंगे।
पुनर्वास और मुआवजे की होगी उचित व्यवस्था

जलजमाव से भी राहत का दावा
मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिया कि बरसात से पहले सभी रेगुलेटरों की जांच कर ली जाए और अगर कोई समस्या हो तो समय रहते उसे हल किया जाए, ताकि शहर में जलजमाव जैसी स्थिति न बने।
इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग अजय चौहान, भाजपा नेता देवेश श्रीवास्तव, मत्स्य निगम अध्यक्ष रमाकांत निषाद समेत कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।