इंडो-नेपाल बॉर्डर रूपैडिहा पर हाई अलर्ट, कश्मीर की घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
एसएसबी और पुलिस ने शुरू की 24 घंटे चेकिंग और गश्त, हर आने-जाने वाले पर कड़ी नजर
रिपोर्ट : संतोष शुक्ला : रुपईडीहा : बहराइच। यूपी में बहराइच के रूपैडिहा बॉर्डर पर इन दिनों सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई है। कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटना के बाद इंडो-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। अब बॉर्डर पार करने वाले हर व्यक्ति और वाहन की गहन जांच की जा रही है, ताकि कोई भी संदिग्ध गतिविधि भारत में प्रवेश न कर सके।

रूपैडिहा बॉर्डर पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) और बहराइच पुलिस की टीमों ने चेकिंग और गश्त तेज कर दी है। हर आने-जाने वाले व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है और उनका सामान भी बारीकी से जांचा जा रहा है। कश्मीर की घटना को ध्यान में रखते हुए सीमा पर सुरक्षा को लेकर कोई ढील नहीं बरती जा रही।
एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट और स्थानीय SHO खुद मौके पर मौजूद रहकर चेकिंग अभियान की निगरानी कर रहे हैं। इसके साथ ही खुफिया एजेंसियों से तालमेल करके संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।

सुरक्षा बलों ने बताया कि बॉर्डर पर चौकसी को बढ़ाते हुए संदिग्ध लोगों की पहचान के लिए कैमरों, बैरिकेडिंग और पेट्रोलिंग को और मजबूत किया गया है। साथ ही नेपाल से सटी सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है ताकि कोई भी आतंकी या संदिग्ध व्यक्ति भारत में घुसपैठ न कर सके।
स्थानीय लोगों से की जा रही अपील
पुलिस और एसएसबी की टीम ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि नजर आती है, तो तुरंत नजदीकी थाने या बॉर्डर चौकी पर सूचना दें। साथ ही लोगों को यह भी सलाह दी गई है कि वे यात्रा के दौरान अपने पहचान पत्र जरूर साथ रखें, ताकि जांच में कोई परेशानी न हो।
गांवों में भी बढ़ी चौकसी
रूपैडिहा से सटे गांवों में भी पुलिस और एसएसबी की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं। कुछ स्थानों पर ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही है। यह कदम इसलिए उठाए जा रहे हैं ताकि आतंकियों की कोई संदिग्ध गतिविधि ग्रामीण इलाकों में न छिप सके।
देश की सुरक्षा सबसे पहले है, और कश्मीर की घटना के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर पर लिया गया यह कड़ा रुख बिल्कुल जरूरी और समय की मांग है। सुरक्षा एजेंसियों की सजगता से यह भरोसा होता है कि देश के सीमावर्ती इलाकों को सुरक्षित बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।