रिपोर्ट – अमित कुमार : भागलपुर। बिहार सरकार ने राज्य के औद्योगिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता को आधुनिक तकनीकों से लैस करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इस दिशा में, निदेशालय नियोजन प्रशिक्षण बिहार, पटना और टाटा टेक्नोलॉजी के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते के तहत राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
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सात निश्चय – 2 योजना के तहत आधुनिक आईटीआई केंद्र

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ऐतिहासिक योजनाओं में शामिल “सात निश्चय – 2” के तहत राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को आधुनिक बनाने के लिए यह पहल की गई है। इस योजना के प्रथम चरण में 60 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को और द्वितीय चरण में शेष 89 संस्थानों को टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा।
नवीन तकनीकों से लैस प्रशिक्षण
भागलपुर के जिला प्रवक्ता शैलेंद्र तोमर ने बताया कि इस समझौते के अंतर्गत आईटीआई संस्थानों में 23 नवीन और उन्नत कोर्स शुरू किए जाएंगे। इन कोर्सों में 3डी प्रिंटिंग, इलेक्ट्रॉनिक वाहन (ईवी) प्रशिक्षण, रोबोटिक्स, ड्रोन तकनीक जैसी अत्याधुनिक विषयों को शामिल किया गया है। इसके लिए टाटा टेक्नोलॉजी और उनके 20 इंडस्ट्री पार्टनर के सहयोग से उच्चस्तरीय मशीनों की स्थापना भी की गई है।
राज्य में इंडस्ट्री 4.0 की ओर बड़ा कदम

यह समझौता बिहार को इंडस्ट्री 4.0 के अनुरूप विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे युवाओं को न केवल नवीनतम तकनीकों की जानकारी मिलेगी, बल्कि उन्हें उद्योगों में रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। यह पहल बिहार के औद्योगिक विकास और आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगी।
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