पति-पत्नी शिक्षकों ने उठाई एक साथ स्थानांतरण की मांग, श्रावस्ती बीएसए के माध्यम से भेजा ज्ञापन
विभिन्न जिलों में कार्यरत शिक्षक दंपत्तियों ने पारिवारिक समस्याएं गिनाते हुए एक ही जनपद में पोस्टिंग की लगाई गुहार
रिपोर्ट : पीके पाण्डेय : श्रावस्ती। यूपी के श्रावस्ती जिले में कार्यरत पति-पत्नी शिक्षक दंपत्तियों ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण को लेकर एक अहम मांग उठाई है। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रमुख सचिव (बेसिक शिक्षा) को एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें पारिवारिक, मानसिक और सामाजिक समस्याओं का हवाला देते हुए एक ही जनपद में स्थानांतरण की गुहार लगाई गई है।
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श्रावस्ती जनपद में तैनात शिक्षक दंपत्तियों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बताया कि वे वर्षों से अलग-अलग जिलों में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि पिछली स्थानांतरण प्रक्रिया में भले ही पति या पत्नी के सरकारी सेवा में होने पर वरीयता दी गई थी, लेकिन इसका वास्तविक लाभ बहुत कम शिक्षकों को मिल पाया।
शिक्षकों ने ज्ञापन में कहा कि अलग-अलग जनपदों में कार्यरत होने की वजह से उन्हें अपने बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाना मुश्किल होता जा रहा है, जिससे कई बार घरेलू तनाव उत्पन्न हो जाता है और मानसिक स्थिति पर भी इसका प्रतिकूल असर पड़ता है।
उन्होंने प्रमुख सचिव से अपील की है कि आगामी ग्रीष्मकालीन अवकाश में विशेष रूप से सरकारी सेवारत शिक्षक दंपत्तियों को बिना किसी शर्त के गृह जनपद या कम से कम एक ही जनपद में स्थानांतरित किया जाए। उनका कहना है कि ऐसा निर्णय पारिवारिक स्थायित्व लाने में मदद करेगा और शिक्षक अपने कार्य में पूरी निष्ठा से लग सकेंगे।

इस मौके पर ज्ञापन देने वालों में डॉ ज्ञान प्रकाश, सर्वेश यादव, संजीव गौतम, सूरज पाल गंगवार, हेमंत कुमार मिश्रा, मानवेंद्र पाल, आलोक चौधरी, नरेंद्र सिंह, विजेंद्र सिंह, शेर सिंह, विपिन कुमार, आदित्य मिश्रा, उमापति वर्मा, मुन्नीलाल, उमाशंकर, अवनीश कुमार, पंकज सिंह, अमित कुमार, गौरव मिश्रा, शिव शंकर और विनीत तिवारी जैसे शिक्षक मौजूद रहे।
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