कमलेश प्रजापत एनकाउंटर, पूर्व मंत्री हरीश चौधरी के ख़िलाफ़ सीबीआई को जांच के आदेश
अधिवक्ता अर्जुन सिंह ने बताया है कि बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट के ख़िलाफ़ नाराजी याचिका पेश की थी। इसके बाद कोर्ट ने कमलेश की पत्नी यशोदा की प्रोटेस्ट पिटीशन पर संज्ञान लेते हुए तत्कालीन पाली पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत बाड़मेर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा सहित पुलिस के अन्य अधिकारी के ख़िलाफ़ हत्या सहित अन्य धाराओं में संज्ञान लिया है।
कमलेश प्रजापत एनकाउंटर , पूर्व मंत्री हरीश चौधरी के ख़िलाफ़ सीबीआई को जांच के आदेश
- रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : जोधपुर , राजस्थान ।
एसीजेएम सीबीआई केसेज अदालत ने बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को नकारते हुए पाली व बाड़मेर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के ख़िलाफ़ हत्या सहित अन्य धाराओं में प्रसंज्ञान लिया है।
अधिवक्ता अर्जुन सिंह ने बताया कि बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट के ख़िलाफ़ नाराजी याचिका पेश की थी।
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इसके बाद कोर्ट ने कमलेश की पत्नी जशोदा की प्रोटेस्ट पिटीशन पर प्रसंज्ञान लेते हुए
तत्कालीन पाली पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत,
बाड़मेर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा सहित पुलिस के अन्य अधिकारियों के ख़िलाफ़ हत्या सहित अन्य धाराओं में संज्ञान लिया है।
वहीं, तत्कालीन राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और उनके भाई मनीष चौधरी और जोधपुर रेंज के तत्कालीन आईजी एन. गोगोई के ख़िलाफ़ सीबीआई को जांच कर 2 महीने में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया हैं।
दरअसल, यह पूरा मामला 22 अप्रैल 2021 का है।
जब बाड़मेर पुलिस ने कमलेश प्रजापत के पाली के वांछित मामले में गिरफ़्तार करने का प्रयास किया।
इस दौरान पूरा एनकाउंटर हुआ था और एनकाउंटर के बाद राजस्थान की राजनीति में हंगामा मच गया।
परिवार की मांग और राजनीतिक दबाव सहित बहुत कुछ देखने को मिला। उसके बाद इस मामले में सरकार ने सीबीआई को जांच के लिए भेजा था।
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