मुख्यमंत्री मोहन यादव का ऐलान, नक्सलियों के पास दो विकल्प, सेरेंडर या मौत

मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन में सिद्धनाथ से लेकर त्रिवेणी तक 29 किलोमीटर के नए घाट तैयार किए जाएंगे। पहले से ही 6 किलोमीटर के घाट बने हुए हैं। उज्जैन सिंहस्थ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं को कुल मिलाकर 35 किलोमीटर के घाट पर स्नान करने की सुविधा मिलेगी। सिंहस्थ के दौरान यह घाट रामघाट जैसे ही होते हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव का ऐलान , नक्सलियों के पास दो विकल्प , सेरेंडर या मौत 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : उज्जैन , मध्य प्रदेश।

उज्जैन पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मां शिप्रा नदी का पूजन कर रामघाट पर श्रमदान किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मोहन यादव ने नक्सलियों को सुधरने की सलाह दी।

उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पास दो ही विकल्प है या तो सुरेंडर करें या फिर मौत को गले लगाने को तैयार रहें।

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के बालाघाट सहित कुछ जिलों में नक्सली लगातार मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। इसके बाद भी नक्सली जंगलों में सक्रिय हैं।

मुख्यमंत्री ने किया शिप्रा नदी के रामघाट पर श्रमदान 

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन पहुंचकर शिप्रा नदी के पवित्र रामघाट पर जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत श्रमदान किया।

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मुख्यमंत्री ने रामघाट की सीढ़ियों पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया है। साफ-सफाई के बाद मुख्यमंत्री ने मां शिप्रा में आस्था की डुबकी लगाई और विधिवत पूजन अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि के कामना की।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जब श्रद्धालु पंचकोशी यात्रा के अंत में रामघाट पहुंचे, तो उन्हें स्वच्छ जल मिलें।

उज्जैन में 29 किलोमीटर के दायरे में नए घाट बनेंगे 

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा, उज्जैन में सिद्धनाथ से लेकर त्रिवेणी तक 29 किलोमीटर के नए घाट तैयार किए जाएंगे। पहले से ही 6 किलोमीटर के घाट बने हुए हैं। उज्जैन सिंहस्थ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं को कुल मिलाकर 35 किलोमीटर के घाट पर स्नान करने की सुविधा मिलेंगी। सिंहस्थ के दौरान, यह घाट रामघाट जैसी ही होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान इस बार 3 महीने तक चलेगा। इसे गुड़ी पड़वा पर शुरू किया गया और गंगा दशहरा तक चलेगा।

अभियान के तहत अब तक 1.62 लाख जलदूतों का पंजीयन हो चुका हैं। करीब 80 हज़ार तालाबों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह प्रयास प्रदेश के किसानों के लिए भी बड़ी राहत लेकर आएंगा।

रामघाट पर सफाई मित्रों संग “जल गंगा संवर्धन अभियान” के अंतर्गत स्वच्छता कार्य करने के बाद मुख्यमंत्री ने सफाई मित्रों को सम्मानित किया हैं।

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