नागपुर में औरंगजेब को लेकर भड़का तनाव, पुलिस पर पथराव, वाहन फूंके गए
इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपने लोगों से कहा कि वह शांति बनाए रखें। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र ने कहा कि नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्त्री तनावपूर्ण हुई है वह बेहद निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थर बाजी की है। यह गलत व्यवहार है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं। मैं पुलिस कमिश्नर से कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख़्त कदम उठाने पड़े वह उठाए जाएं।
नागपुर में औरंगजेब को लेकर भड़का तनाव, पुलिस पर पथराव, वाहन फूंके गए।
TV 9 भारत समाचार : मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ), नागपुर (महाराष्ट्र )
नागपुर की शांत फिजा सोमवार रात को बिगड़ गई। यहां औरंगजेब को लेकर तनाव बढ़ गया है। उपद्रवियों से कई वाहनों में आग लगा दी। पुलिस पर भी हमला हुआ है।
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर जिले में औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक संगठन द्वारा किए जा रहे आंदोलन के दौरान, दो समुदायों के बीच झड़प के बाद नागपुर में तनाव फैल गया है। कई वाहनों में आग लगा दी गई है और प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस अधिकारी पर हमला किया है। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया है। नागपुर के महल इलाके में झड़प एक अफवाह के चलते हुई।
मुख्यमंत्री ने वीडियो बयान जारी किया, कहा- शांति बनाए रखें
इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से कहा कि वह शांति बनाए रखें। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनाव पूर्ण हुई, वह बेहद निंदनीय है।
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कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थर बाजी की। यह गलत व्यवहार है। मैं स्थिति पर नज़र रख रहा हूं। मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख़्त कदम उठाने जरूरी है, अब उठाए जाएं।
अगर कोई दंगा करता है, या पुलिस और पत्थर बाजी करता है, यह समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
मैं सभी से अपील करता हूं कि नागपुर की शांति भंग न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवहार करें। अगर कोई कोशिश पैदा करने की कोशिश करता है, तो उस पर कार्यवाही की जाएं।
पुलिस ने 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया
नागपुर पुलिस का कहना है कि महल इलाके में पथराव और आगजनी की घटना के बाद नागपुर पुलिस अपने शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी है। अब तक भी से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और उनके पास मौजूद दूसरे वीडियो क्लिप्स को खंगाल रही है, मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
कमिश्नर ने कहा अभी स्थिति काबू में
- नागपुर पुलिस कमिश्नर डॉ रविंद्र सिंघल ने कहा, अभी स्थिति शांतिपूर्ण है। एक तस्वीर जलाई गई जिसके बाद लोग इकट्ठा हुए, उन्होंने अनुरोध किया और हमने इस संबंध में कार्यवाही भी की।
- वह मुझसे मिलने मेरे कार्यालय भी आए थे। उन्हें बताया गया है कि उनके द्वारा बताए गए नामों के आधार पर एक प्राथमिक की दर्ज़ की गई है, और उनके ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाएंगी।
- यह घटना रात 8:30 बजे के आप-पास हुई। बहुत अधिक वाहनों में आग लगाई गई है। हम इसका आकलन कर रहे हैं। दो वाहनों में आग लगाई गई है और पथराव किया गया है।
- पुलिस तलाशी अभियान चला रही है और उसमें शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ़्तार किया जा रहा है। हमने धारा 144 लागू कर दी है।
- सभी को कहा गया है कि वह अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और कानून को अपने हाथ में ना लें।
- अफवाहों पर विश्वास न करें। इस क्षेत्र को छोड़कर, पूरा शहर शांतिपूर्ण है।
नागपुर हिंसा पर स्थानीय निवासी सुनील पेशने, जिनकी कार हिंसा में आग के हवाले कर दी गई। बताया गया है कि यह घटना रात करीब 8:30 बजे हुई। 500 – 1000 लोगों की भीड़ ने पथराव किया। उन्होंने हमारी कार भी जला दी। उन्होंने करीब 25-30 वाहनों में तोड़फोड़ की।
एक अन्य स्थानीय निवासी माधुरी पेशने बताया कि वह पत्थर लेकर इधर-उधर भाग रहे थे। उन्होंने हमारे घर पर पत्थर फेंके, यहां तक की ऊपरी मंजिल पर रहने वाले बच्चों पर भी पत्थर फेंके।
उन्होंने हमारे दरवाज़े और खिड़कियां तोड़ दी। उन्होंने हमारी कार में आग लगा दी। भीड़ में करीब 1000 लोग थे।
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