पानी की एक बूंद भी पाकिस्तान, अमित शाह के साथ जल मंत्री की बैठक

भारत की जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र में कहा कि जम्मू कश्मीर को निशाना बनाकर पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद और सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों में बाधा डालता है। पत्र में लिखा है कि किसी संधि का ईमानदारी से सम्मान करने की जिम्मेदारी संधि के लिए बेहद जरूरी है।

पानी की एक बूंद भी पाकिस्तान , अमित शाह के साथ जल मंत्री की बैठक 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : नई दिल्ली। 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को पाकिस्तान के साथ 1960 की सिंधु जल संधि पर भविष्य के कार्यवाही पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। 

इस बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील और के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए हैं।

बैठक के बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार ने अमित शाह के साथ एक अहम बैठक के बाद भारतीय नदियों के पानी को पाकिस्तान जाने से रोकने के लिए एक विस्तृत रोड मैप तैयार किया है।

केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि नदियों की सफाई समेत अन्य तत्काल कदमों को प्राथमिकता दी जा रही हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में एक रोड मेप तैयार किया गया। बैठक में तीन विकल्पों पर चर्चा की गई है। सरकार शॉर्ट टर्म, मिड टर्म और लॉन्ग टर्म उपायों पर काम कर रही है।

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ताकि पानी की एक भी बूंद पाकिस्तान न जाएं। जल्द ही नदियों की सफाई की जाएगी। ताकि पानी को रोका जा सकें और उसका रुख बदला जा सकें।

भारत में हिंदू जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के अपने फैसले के बारे में पाकिस्तान को पहले से ही सूचित कर दिया गया है और कहा है कि पाकिस्तान ने इसकी शर्तों का उल्लंघन किया हैं।

भारत के अधिकारों में बाधा

भारत की जल संसाधन सचिव देवाश्री मुखर्जी ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को लिखे पत्र में कहा कि जम्मू कश्मीर को निशाना बनाकर पाकिस्तान लगातार सीमा पार आतंकवाद और सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों में बाधा डालता है।

पत्र में लिखा है कि किसी संधि का ईमानदारी से सम्मान करने की जिम्मेदारी संधि के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि इसके बजाय हमने देखा है कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर को निशाना बनाकर लगातार सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियां जारी हैं।

भारत ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद दशकों पुरानी संधि को निलंबित करने का फैसला किया है। पत्र में लिखा गया है कि सुरक्षा अनिश्चितताओं ने संधि के तहत भारत के अधिकारों के पूर्ण उपयोग को सीधे तौर पर बाधित किया है।

इस डंडे को प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के लिए औपचारिक रूप से अधिसूचना भी जारी कर दी है।

विश्व बैंक द्वारा की गई इस संधि ने 1960 से भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के वितरण और इस्तेमाल को नियंत्रित किया है।

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उठाएं कद

इससे पहले बुधवार को भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कई कदम उठाने की घोषणा की। जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, पाकिस्तानी सैन्य अटैचमेंट को निष्कासित करना, और ऑटारी बॉर्डर भूमि पारगमन चौकी को तत्काल बंद करना शामिल हैं।

पाकिस्तान ने भारत द्वारा संधि को निलंबित करने के फैसले को ख़ारिज कर दिया है और कहा की संधि के तहत पाकिस्तानी से संबंधित पानी के फ्लो को रोकने के किसी भी कदम को एक्ट ऑफ वाॅर माना जाएंगा।

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