राम जन्मभूमि परिसर के 6 मंदिरों का निर्माण पूरा, जुलाई तक पूरे हो जाएंगे सभी मंदिर।
राम जन्म भूमि परिसर में कुल 18 मंदिर बन रहे हैं। इनमें से सप्तमंडपम में 07, परकोटा में 06, तुलसीदास का मंदिर, शेष अवतार मंदिर और राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना होनी है। परकोटे में बन रहा है, सूर्य, गणेश, हनुमान, शिव व माता अन्नपूर्णा के मंदिर में भगवान शिव के मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार अयोध्या (उत्तर प्रदेश )।
राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर समेत 18 मंदिरों का निर्माण हो रहा है। इनमें से अब तक 06 मंदिरों का निर्माण पूरा हो चुका हैं। जबकि अन्य मंदिरों के निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। इनमें से किसी मंदिर का 60 फ़ीसदी तो किसी का 70 फ़ीसदी काम हुआ है। सभी मंदिर जुलाई के अंत तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
राम जन्मभूमि परिसर में राममंदिर समेत 18 मंदिरों का निर्माण हो रहा है। इनमें सप्त मंडपम में 07, परकोटा में 06, तुलसीदास का मंदिर, शेषावतार मंदिर, राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना होनी है। तुलसीदास के मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
परकोटे में बन रहे सूर्य मंदिर, गणेश मंदिर, हनुमान मंदिर, शिव मंदिर, और माता अन्नपूर्णा के मंदिरों में भगवान शिव के मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है। जबकि शेष मंदिरों के निर्माण का कार्य लगभग 70 फ़ीसदी तक हुआ है। इसी तरह कुबेर टीला स्थित शिव मंदिर के सुंदरीकरण कभी काम पूरा हो चुका है।
सप्त मंडपम में महर्षि वाल्मीकि मंदिर का निर्माण पूरा हो गया है। राम मंदिर के ट्रस्टी डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि सभी मंदिरों के निर्माण का कार्य जुलाई के अंत तक पूरा कर लिया जाएंगा। अधिकांश मंदिरों के निर्माण का कार्य पूर्णता की ओर है। जैसे-जैसे मंदिरों का काम पूरा होता जाएगा, मंदिरों में मूर्ति की स्थापना भी कराई जाएंगी। राममंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना मार्च में होंगी। जबकि तुलसीदास के मंदिर में मूर्ति फरवरी के अंत तक स्थापित करने की योजना है।
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