कल्पीपारा परिसर में डीएम का औचक निरीक्षण, अनुपस्थित अधिकारियों को मिला नोटिस

सरकारी कार्यालयों की लापरवाही पर डीएम मोनिका रानी सख्त, तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण

रिपोर्ट: शक्ति सिंह : बहराइच। बहराइच जिले के कल्पीपारा परिसर स्थित सरकारी कार्यालयों में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब जिलाधिकारी मोनिका रानी ने अचानक औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकतर अधिकारी और कर्मचारी नदारद पाए गए, जिससे नाराज डीएम ने तीन दिन में जवाब मांगा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अब लापरवाही नहीं चलेगी।

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Surprise inspection of DM in Kalpipara campus, absent officials received notice

सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और समयबद्धता लाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सोमवार को कल्पीपारा परिसर स्थित सरयू नहर खंड के विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इसमें सरयू ड्रेनेज खंड, अधीक्षण अभियंता कार्यालय तथा सिंचाई निर्माण मंडल कार्यालय शामिल थे।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय में मौजूद नहीं थे। डीएम ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए संबंधित विभागों से तीन दिन में जवाब मांगा है और स्पष्ट किया है कि अनुपस्थिति को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वीडियो कॉल से की पुष्टि

सरयू ड्रेनेज खंड के अधिशासी अभियंता जे.पी. वर्मा के बारे में बताया गया कि वे फील्ड में हैं। इस पर डीएम ने तुरंत वीडियो कॉल के माध्यम से उनकी क्षेत्र में उपस्थिति की पुष्टि की।

कर्मचारियों से की बातचीत

Surprise inspection of DM in Kalpipara campus, absent officials received notice
निरीक्षण के दौरान डीएम ने उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया और जो कर्मचारी उपस्थित मिले, उनसे उनके कार्यों के बारे में जानकारी ली। साथ ही कार्यालय की साफ-सफाई और अभिलेखों की स्थिति का भी जायज़ा लिया, जो संतोषजनक नहीं पाई गई। इस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए तीन दिन में सुधार लाने के निर्देश दिए।

आवासीय परिसर भी नहीं बचा जांच से

डीएम ने निरीक्षण के दौरान परिसर के आवासीय भवनों की स्थिति भी देखी। उन्होंने आवंटित, निष्प्रयोज्य और जर्जर भवनों की जानकारी ली और आवंटियों का विस्तृत विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

सख्त निर्देश दिए

जिलाधिकारी ने नोडल अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्यालयों में निर्धारित समय का सख्ती से पालन कराया जाए और सभी अधिकारी-कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित रहें। साथ ही, यह भी कहा गया कि मूवमेंट पंजिका हर कार्यालय में होनी चाहिए जिसमें बाहर जाने का कारण और समय दर्ज किया जाए।

डीएम ने सभी अधिकारियों को चेताया कि अब समय से कार्यालय न आने या लंच के नाम पर देर तक बाहर रहने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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