जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला: 28 की मौत, लश्कर-ए-तैयबा ने ली जिम्मेदारी
बैसरन घाटी में पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग, 20 से अधिक घायल, गृह मंत्री पहुंचे श्रीनगर, सेना ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन
विजय कुमार पटेल : terrorist attack : पहलगाम : जम्मूकश्मीर। जम्मू-कश्मीर के शांत माने जाने वाले पहलगाम में मंगलवार को एक बड़ा और खौफनाक आतंकी हमला हुआ। बैसरन घाटी में घूमने गए पर्यटकों पर अज्ञात आतंकियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में अब तक 28 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, जबकि 20 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले के बाद घाटी में दहशत का माहौल है और सर्च ऑपरेशन तेज़ी से चल रहा है।
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जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार को एक भयानक आतंकी हमला हुआ। यह घटना उस समय हुई जब पर्यटकों का एक समूह बैसरन घाटी में घूमने गया था। अचानक आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिससे इलाके में चीख-पुकार मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कुछ आतंकियों ने लोगों के नाम पूछे और मुस्लिम पहचान न होने पर गोली मार दी। एक महिला पर्यटक ने फोन पर बताया कि उसके पति भेलपुरी खा रहे थे, तभी गोलीबारी शुरू हो गई। इस हमले में 16 लोगों की मौत की पुष्टि सरकार ने की है, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह आंकड़ा 28 तक पहुंच सकता है।
हमले के बाद इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। हेलिकॉप्टर के जरिए निगरानी की जा रही है और आतंकियों की तलाश जारी है।
पीएम और गृह मंत्री ने लिया संज्ञान
हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब से गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और हालात का जायजा लेने के निर्देश दिए। अमित शाह तुरंत श्रीनगर रवाना हो गए और वहां उन्होंने अफसरों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने साफ कहा कि हमलावरों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
विदेशी नागरिक भी चपेट में

शहीद हुए नौसेना अधिकारी
इस हमले में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शहीद हो गए। वे हरियाणा के रहने वाले थे और हाल ही में 16 अप्रैल को शादी करके छुट्टी पर आए थे। इस खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके हमले की निंदा की और भारत के साथ खड़े रहने की बात कही। उन्होंने कहा, “हम मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जताया दुख
RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने इसे देश की एकता पर हमला बताते हुए कहा कि सभी दलों को एक साथ आकर इस आतंकी हमले की निंदा करनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
हमले का समय और मकसद संदेहास्पद
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला भारत की छवि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर करने की एक साजिश हो सकती है। हमले का समय भी काफी सोच-समझकर चुना गया है, क्योंकि 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है और यह मार्ग बेहद संवेदनशील माना जाता है।
क्या आगे मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है?
PTI की रिपोर्ट के अनुसार, हमले में 28 लोगों की मौत की आशंका है, लेकिन घायल कई लोग गंभीर अवस्था में हैं। ऐसे में मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
गौरतलब हो कि पहलगाम का यह आतंकी हमला कश्मीर घाटी में फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। यह भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि आतंकवाद अभी भी चुनौती बना हुआ है। अब पूरे देश की नजर सरकार की कार्रवाई और जवाबी रणनीति पर टिकी हुई है।
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