टोंक थाने में सलाखों के पीछे सोते हुए नरेश मीणा, होगी कोर्ट में पेशी।
नरेश मीणा के अलावा पुलिस ने उनके 60 समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है। उन सभी पर टोंक जिले के समरावता गांव में मतदान के दौरान पुलिस पर पथराव करने, सरकारी व प्राइवेट गाड़ियों में आग लगाने, पुलिस कर्मियों को घायल करने और हाईवे जाम करने के आरोप हैं। दो सरकारी गाड़ियों के अलावा 7 प्राइवेट वाहनों और करीब 25 बाईकों में आग लगाई गई है।
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार जयपुर (राजस्थान)। राजस्थान उपचुनाव में ड्यूटी पर तैनात एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा इस वक्त टोंक थाने में बंद है। नगर फोर्ट पुलिस स्टेशन में उन पर 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज़ कराया गया है। पुलिस आज कल उन्हें कोर्ट में पेश करने वाली है।
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लेकिन इससे पहले ही सोशल मीडिया पर नरेश मीणा की एक तस्वीर वायरल हो गई है। इस तस्वीर में कांग्रेस के बागी नेता सलाखों के पीछे फर्श पर सोते हुए नज़र आ रहे हैं।
नरेश मीणा के अलावा, पुलिस ने उनके 60 समर्थकों को भी गिरफ्तार किया है। उन सभी पर टोंक जिले के समरावता गांव में मतदान के दौरान पुलिस पर पथराव करने, सरकारी प्राइवेट गाड़ियों में आग लगाने, पुलिस कर्मियों को घायल करने और हाईवे जाम करने के आरोप है। अजमेर रेंज आईजी ओम प्रकाश ने बताया है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
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इस पूरे घटनाक्रम में करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दो सरकारी गाड़ियों के अलावा 7 प्राइवेट वाहनों और करीब 25 बाईकों में आग लगाई गई है। इसके चलते जिला पुलिस की 28 टीमों ने मिलकर अपराधियों की धरपकड़ का काम किया है।
अपराधी को अपराधी की तरह देखें ,समाज की तरह नहीं………………
आईजी ओम प्रकाश ने जनता से अपील करते हुए कह,”समरावता में जो कुछ हुआ, वह एक छोटा सा इंसिडेंट था। लेकिन किसी अपराधी का साथ देने के कारण युवाओं का भविष्य खराब हो गया। ऐसे असामाजिक तत्वों को घर में पनाह देने से और उनकी मदद करने से, कितनी-कितनी पब्लिक प्रॉपर्टी का नुकसान हुआ। लोगों की गाड़ियां तोड़ दी गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है ? ऐसे मामले में जनता को कानून का सहयोग करना चाहिए, ना कि कानून को हाथ में लेना चाहिए। समाज को अपराधी को अपराधी की तरह देखना चाहिए, और कभी भी उसका सहयोग नहीं करना चाहिए। किसी भी सूरत में कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए।