बहराइच के बोझिया गांव में हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट की शुरुआत, किसानों को मिलेगा उनकी फसल का वाजिब दाम

पतंजलि के सहयोग से शुरू हुई प्रोसेसिंग यूनिट, हल्दी उत्पादक किसानों को मिलेगा सीधा लाभ, जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

रिपोर्ट : गोरखनाथ दूवे 

बहराइच। बहराइच जिले के मिहींपुरवा क्षेत्र के किसानों के लिए 4 अप्रैल 2025 एक ऐतिहासिक दिन बन गया। पहली बार यहां हल्दी की प्रोसेसिंग यूनिट का शुभारंभ हुआ है, जिससे अब किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलेगा। यह यूनिट न सिर्फ हल्दी उत्पादन को बढ़ावा देगी, बल्कि जिले की हल्दी को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान भी दिलाएगी।

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Turmeric processing unit starts in Bodia village of Bahraich, farmers will get a fair price for their cro

बहराइच जिले के मिहींपुरवा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम बोझिया में CSC राज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा स्थापित हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट का भव्य उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उप कृषि निदेशक शिशिर कुमार वर्मा और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, हरिद्वार के प्रतिनिधि सत्यव्रत ने मिलकर ब्वायलिंग, पैकेजिंग और ड्राईंग यूनिट का उद्घाटन किया।

इस मौके पर लीड बैंक प्रबंधक जितेन्द्र कुमार मसंद, एसडीओ कृषि सुधीर कुमार मिश्रा, कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा के वैज्ञानिक सूर्यबली और संदीप, बिल गेट्स फाउंडेशन टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के अरविंद मिश्रा, प्रत्यूष बायोएनर्जी एफपीओ के सीईओ प्रियेश चंदन, वीरांगना लक्ष्मी बाई महिला किसान कंपनी के सीईओ विपिन मौर्य और निदेशक मंजू देवी सहित कई किसान, अधिकारी और क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे।

किसानों को मिलेगा सीधा फायदा

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इस यूनिट की शुरुआत से पहले क्षेत्र में हजारों किसान हल्दी की खेती तो कर रहे थे, लेकिन उन्हें उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा था। पंजाब और हरियाणा के व्यापारी कम कीमत पर हल्दी खरीद कर भारी मुनाफा कमा रहे थे। लेकिन अब पतंजलि जैसी राष्ट्रीय कंपनी के साथ एमओयू होने के बाद किसानों को बाजार से जुड़ने का सीधा रास्ता मिला है।

डीएम मोनिका रानी की पहल से बदले हालात

इस योजना की नींव 28 दिसंबर 2024 को उस समय रखी गई थी, जब जिलाधिकारी मोनिका रानी के प्रयासों से ग्राम गंगापुर की प्रत्यूष बायोएनर्जी एफपीओ, ग्राम जरही की वीरांगना लक्ष्मी बाई महिला किसान कंपनी और CSC राज फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने पतंजलि आयुर्वेद के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया था।

डीएम ने बताया कि हल्दी उत्पादन करने वाले किसानों को पतंजलि के सहयोग से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, ताकि वे गुणवत्तापूर्ण फसल उत्पादन कर सकें। इसके साथ ही उद्घाटन की सूचना को UP FPO शक्ति पोर्टल पर भी प्रकाशित किया गया है, जिससे प्रदेश भर के एफपीओ को इसकी जानकारी मिल चुकी है।

क्षेत्रीय पहचान के साथ बढ़ेगी आय

Turmeric processing unit starts in Bodia village of Bahraich, farmers will get a fair price for their croबहराइच का मिहींपुरवा क्षेत्र पहले से ही कृषि प्रधान और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यहां हल्दी, जिमीकंद और हरी सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। अब हल्दी की प्रोसेसिंग यूनिट शुरू होने से अनुमान है कि प्रत्येक वर्ष 45-50 हजार टन हल्दी का विपणन पतंजलि के माध्यम से किया जाएगा, जिससे किसानों की आमदनी में गुणात्मक वृद्धि होगी।

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