tv9भारत समाचार : कृष्णा यादव, तमकुहीराज/ कुशीनगर। बिहार प्रांत के गोपालगंज जनपद स्थित भोरे बाजार में एक हास्पिटल में गलत इंजेक्शन दवा इलाज नार्मल डिलेवरी के प्रयास फर्जी एमबीबीएस विशेषज्ञ महिला डाक्टर तिवारी की लापरवाही से बच्चेदामनी गर्भाशय फटने से दो जुड़वा बच्चों की मौत हो गई है। पिडिता महिला सबाना खातून की हालात बिगड़ने पर लापरवाही बरतने वाली एमबीबीएस विशेषज्ञ महिला डाक्टर तिवारी ने आनन फानन में न्यू शिवाय मल्टीप्लेक्स हास्पिटल तारा मंडल गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया जहां पिडिता महिला सबाना खातून जिन्दगी और मौत से जुझ रही है।
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बताया जाता है की बिहार गोपालगंज जिले के थाना भोरे में मातृ छाया हास्पिटल संचालित है इस मातृ छाया हास्पिटल की एमबीबीएस महिला डाक्टर तिवारी की दलालो की जाल में फंस गई।
दलालो ने गर्भवती महिला की दवा इलाज के लिए मातृ छाया हास्पिटल भोरे में आई और इस मातृ छाया हास्पिटल की फर्जी डिग्रीधारी एमबीबीएस महिला विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी द्वारा आठ महिने से लगातार गर्भावती महिला सबाना खातून पति सरफराज शाह निवासी ग्राम बिशुनपुरा थाना तमकुहीराज जनपद कुशीनगर उ.प्र की दवा इलाज खून जांच अल्ट्रासाउंड और वाटल एनएस डीएनएस आरएल डी फाईप चढाती रही जांच पड़ताल कराती रही और गर्भावती महिला सबाना खातून को गुमराह कर लाखों रुपये ऐठती रही और दिनांक 8/1/2025 को पिडिता गर्भावती महिला सबाना खातून की गलत इंजेक्शन लगाने गलत दवा इलाज कर नार्मल डिलेवरी कराने के प्रयास से बच्चेदानी गर्भाशय क्षतिग्रस्त हो गया बिल्डिंग शूरु हो गई।
पीड़ीता की अधिक बिल्डिंग के कारण हालत गंभीर होने पर फर्जी एमबीबीएस महिला विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी ने आन्नन फानन में न्यू शिवाय मल्टीप्लेक्स हास्पिटल तारा मंडल गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया जहां पर गोरखपुर के मानेजाने प्रसिद्ध डाक्टरों द्रारा पिडिता गर्भावती महिला सबाना खातून की तत्काल अल्ट्रासाउंड ब्लड जांच पड़ताल कर दवा इलाज कर चार यूनिट खून चढाकर आपरेशन कर जान बचाई गई।
इस संबंध में पिडिता महिला सबाना खातून ने बताई की मुझे भोरे मातृ छाया हास्पिटल एमबीबीएस महिला विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी गुमराह कर अपनी मातृ छाया हास्पिटल पर दवा इलाज कराती रही और मुझे गुमराह कर आठ जनवरी की रात में अल्ट्रासाउंड कराई गई तो मेरे दोनो जुड़वा बच्चें जिन्दा थें परन्तु भोरे में संचालित मातृ छाया हास्पिटल प्रबंधक और महिला एमबीबीएस विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी मेरी गलत दवा इलाज इंजेक्शन लगाकर नार्मल डिलेवरी की प्रयास से मेरी गर्भाशय बच्चेदानी क्षतिग्रस्त होकर फट गया और मेरी दो जुड़वा बच्चों मौत भोरे मातृ छाया हास्पिटल में ही मौत हो गई बच्चेदानी गर्भाशय क्षतिग्रस्त होने के कारण अत्यधिक बिल्डिंग होने के कारण मेरी हालत गंभीर हो गई तब मातृ छाया हास्पिटल प्रबंधक और महिला एमबीबीएस विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी ने मुझे आन्नन फानन में न्यू शिवाय मल्टीप्लेक्स हास्पिटल गोरखपुर तारा मंडल गोरखपुर रेफर कर दिया गया ।
जहां पर मेरी जांच पड़ताल अल्ट्रासाउंड खून जांच पड़ताल चार यूनिट खून चलाकर कर दवा इलाज आपरेशन कर मेरी जान बचाई गई मै चाहती हू की मेरी दवा इलाज नार्मल डिलेवरी के प्रयास के कारण बच्चेदानी गर्भाशय क्षतिग्रस्त कर मेरी जुड़वा बच्चों की हत्यारी एमबीबीएस महिला विशेषज्ञ डाक्टर तिवारी के खिलाफ जांच पड़ताल करते हुए बिहार सरकार के द्वारा कानूनी कार्यवाही किया जाय।
बताया जाता है की भोरे में संचालित मातृ छाया हास्पिटल संचालित है इस हास्पिटल में आक्सीजन ब्लड बैंक आपरेशन की कोई ब्यवस्था नही है एमबीबीएस विशेषज्ञ महिला डाक्टर तिवारी द्वारा इनके दलालो द्वारा गर्भावती महिलाओ को गुमराह कर दवा इलाज नार्मल डिलेवरी कराया जाता है और इसी मातृ छाया हास्पिटल में मेडिकल सटोर्स संचालित होता है। जिसमें प्रतिबंध दवाईयों और नशीली दवाईयों की बिक्री किया जाता है।
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